जिरेनियम की खेती
जिरेनियम की खेती कम पानी और जंगली जानवरों से परेशान परंपरागत खेती करने वाले किसानों के लिए जिरेनियम की खेती राहत देने वाली साबित हो सकती है। जिरेनियम कम पानी में आसानी से हो जाता है और इसे जंगली जानवरों से भी कोई नुकसान नहीं है। इसके साथ ही नए तरीके की खेती ‘ जिरेनियम ’ से उन्हें परंपरागत फसलों की अपेक्षा ज्यादा फायदा भी मिल सकता है। खासकर पहाड़ का मौसम इसकी खेती के लिए बेहद अनुकूल है। यह छोटी जोतों में भी हो जाती है। जिरेनियम पौधे की पत्तियों और तने से सुगंधित तेल निकलता है। साधारण नाम जिरेनियम , रोज जिरेनियम वानस्पतिक नाम पेलार्गोनियम ग्रेवियोलेंस उन्नत किस्म सिम - पवन , बोरबन , सिमैप बयों जी -17 । प्रमुख रासायनिक घटक जिरेनियाल व एल - सिट्रोनेलाले। जलवायु जलवायु उपोष्ण , ठंड एवं शुष्क जलवायु। 25-30 डिग्री से तापक्रम