कैमोमाइल की खेती



कैमोमाइल एक ऐसा फूल है जिसे हम जादुई फूल कह सकते है इसके सूखे फूलों की बहुत मांग हैं! इसके फूलों से निकला तेल बहुत महंगा  बिकता है !इसके  सूखे  फूलों से बनी चाय जहाँ हमें स्फूर्ति देती है वहीँ इसके फूलों को नहाने के पानी में मिला कर नहाने से शरीर स्वस्थ रहता है !

*कैसे और कब करें कैमोमाइल की खेती* :-

खेती की शुरुवात अक्टूबर माह में इसका बीज बो कर की जाती है , यह समय इसकी खेती के लिए बहुत अनुकूल होता है !
साथ ही खेत की जुताई करके पाटा लगाने से पहले नीम खाद व केंचुवा खाद का प्रयोग किया जाता है ! खाद का प्रयोग 500 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से किया जाना आवश्यक है !इसके बाद लगभग 1 महीने के अंतराल पर इसे प्रत्यारोपण किया जा सकता है !
कैमोमाइल के फूल के लिए भी आपको ज्यादा समय तक इंतज़ार नहीं करना पड़ता है और इसके फूलों की कटाई लगभग 25 दिन के बाद की जाती है ! इसके फूलों की कटाई कुल 5 से 6 बार होती है और वो आप 25 से 30 दिन के अंतराल में कर सकते है !

*क्यों करें जर्मन कैमोमाइल की खेती* :-

कैमोमाइल की खेती में बहुत कुछ खास है!इसकी खेती पूर्णतः जैविक खेती पर आधारित है इसमें किसी भी प्रकार के कीटनाशक या उर्वरक का प्रयोग नहीं होता है!
यदि इसमें किसी प्रकार का किट या कीड़ा लग भी जाता है तो इसे सिर्फ नीम ऑइल का छिड़काव करके दूर किया जा सकता है ! नीम ऑइल का छिड़काव एक एकड़ खेती में एक लीटर किया जाता है ! फ़रवरी तक 15 दिनों के अंतराल पर और उसके बाद 7 दिनों के अंतराल पर प्रयोग होता है !



*क्यों मुनाफे की खेती है जर्मन कैमोमाइल की खेती* ;-

मुख्य रूप से कैमोमाइल की खेती इसके फूलों से ऑइल निकालने के लिए की जाती है ! एक एकड़ जमीन पर कैमोमाइल की खेती करके किसान भाई  लगभग 6 से 8 लीटर ऑइल प्राप्त कर सकते है ! एक लीटर ऑइल की कीमत लगभग 20 हजार रुपये से लेकर 40 हजार रूपये लीटर है इस प्रकार किसान के कुल शुद्ध आय की बात करें तो वो 6 से 7 माह की खेती में एक एकड़ से लगभग डेढ़ से 2 लाख तक की आय प्राप्त कर  सकते हैं ! अन्य प्रकार के लाभ की बात करें तो किसान भाई इसकी चाय तैयार करके और बीज बेच कर भी मुनाफा कमा सकते है !

*कैमोमाइल के फायदे और उपयोग* ;-

जर्मन कैमोमाइल फूल से तैयार की जाने वाली सारी चीजे पूरी तरह हर्बल और खुसबूदार होती है ! इससे तैयार होने वाली चाय में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट और एन्टीबैक्टीरिअल तत्व मौजूद होते है ! जिनका सेवन स्वास्थ के लिए काफी लाभकारी होता है ! चाय में फ्लेवोनोइड्स नामक  एंटीऑक्सीडेंट पायी जाता है जो किसी भी प्रकार के त्वचा सम्बंधित समस्याओ के लिए काफी फायदेमंद होता है महिलाओ के लिए कैमोमाइल बहुत लाभकारी मानी जाती है ।

*क्या है कैमोमाइल ऑइल में एंटीऑक्सीडेंट होने के लाभ* :-

यह शरीर में एंटी एजिंग की तरह  काम करता है और त्वचा को  हमेशा जवान रखने में कारगर है !
यह शरीर में ह्रदय सम्बंधित सभी तरह के रोगो में भी कारगर है !
यह शरीर में कैंसर के खतरों को कम करता है !
आँखों से सम्बन्धी सभी समस्याओ में लाभकारी है !

*केमोमाइल की खेती के समय कौन सी सवाधानियां बरतनी चाहिए* :-

 क्रमोमाइल की खेती में अगर आप लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इसमें आपको कई बातो का ध्यान रखना होगा सबसे पहले इसे लगाते वक़्त देशी खाद डालकर ,पाटा लगाकर सूखे खेत में पौधे लगाए और इसमें साथ साथ पानी डालें ! इसके बाद खेत में अलग अलग क्यारी या हिस्से बनाये  और खेत की नमी को देखते हुए पानी का प्रयोग करें ! इसकी खेती में किसी भी प्रकार का खरपतवारनाशक का प्रयोग न करें !अंत में मुख्य  बात यह की फसल  लगाने के बाद किसी भी प्रकार का खाद नहीं डालना है !
इस प्रकार किसान भाई इसकी खेती से सफलता का एक नया अध्याय लिख सकते है।

*कैमोमाइल की खेती करने के लिए संपर्क करें*
*औषधीय खेती विकास संस्थान*
+91-9044966260
सर्वे भवन्तु सुखिनः

 
 

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