मिल्क थिस्टल की खेती {Silybum Marianum}

मिल्क थिस्टल की बोआई की प्रक्रिया।
👉जमीन को अच्छे से 4 से 5 गाड़ी गोबर की खाद मिला कर अच्छे से मिला कर जुताई करवा लेना है।
👉मिट्टी को भुरभुरी करवा लेना है।

👉जमीन में  पटेला लगा कर एक बार चलवा लेना है।
👉उसके बाद बीज़ का छिड़काव करना है।
👉उसके बाद पटेला एक बार पुनः चला लेना है।
👉उसके बाद 5 फुट के बाद एक एक नाली बना लेना है।
👉बीज़ डालने एक सप्ताह बाद  नाली में पानी चलवा कर मिट्टी को नमी दे देनी है।
👉अंकुरण व जमीन की स्थिति को देखते हुए पानी अर्थात सिंचाई देनी है।
👉अनुमानित 3 से 4 महीने में फूल आना प्रारम्भ हो जाता है।जिसकी परिपक्वता अनुमानित 15 दिनों में हो जाती है।उसे कटवा कर सुखाते हुए एकत्रित करना  होता है।इस प्रकार 6 महीने के आस पास लगभग फ़सल आ जाती है।
👉यदि सिंचाई की व्यवस्था हो तो आप 2 महीने और फ़सल को चला सकते है और उत्पादन बढ़ा सकते है।

औषधीय खेती विकास संस्थान

सम्पर्क:-9044966260

website : www.akvsherbal.com





🙏नमस्कार दोस्तों🙏 सभी से अनुरोध है कि इस पोस्ट को ध्यान से पड़े।
 नोट:- उपरोक्त विवरण में लागत,आय,खर्च,समय आदि सामान्य रूप से ली जाने वाली फसल के आधार पर है जो मूल रूप से प्रकृति ,पर्यावरण एवं भौगोलिक परिस्थितियो पर निर्भर है।अतः आय को अनुमानित आधार पर दर्शाया गया है। जिसमे परिवर्तन (कम ज्यादा)हो सकता हैं।

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