लेमनग्रास की खेती (नींबू घास)
लेमनग्रास की खेती (नींबू घास)
एक ऐसी फसल जिसकी खेती बंजर से बंजर भूमि, ऊसर, अनुपजाऊ, सूखाग्रस्त क्षेत्रों, पथरीली, कंकरीली जमीनों, पहाड़ों, जंगलों सड़कों, तालाबों, रेलवे पटरिओं के किनारे तथा उबड़ खाबड़ जमीनों पर बड़ी ही आसानी से कर सकते है Iफसल परिचय
लेमन ग्रास को चाइना ग्रास, नींबू घास, मालाबार घास, और कोचीन घास भी कहते है ! यह सरपत, या कुश के पौधे की तरह झुण्ड में होता है एवं एक झुण्ड में लगभग 20-25 पौधे होते है जिन्हे स्लिप कहते है Iइस पौधे की पत्तियों से तेल निकाला जाता है, इसमें CITRAL नमक तत्व होने के कारण इसमें नीम्बू की खुशबू होती है, जिसका प्रयोग, उत्पादों में सुगंध डालने हेतु किया जाता है, खासतौर से हर्बल, कॉस्मेटिक, डिटर्जेंट, साबुन, चाय आदि उद्योगों में भारी मांग रहती है, व्यापारी को बस पता चलने की देर होती है की फलाना क्षेत्र में इसे उगाया जा रहा है, वह आकर आपके घर से खरीद ले जाता है I
फसल उत्पादन में लागत:
कोई भी किसान जो इसकी खेती करता है वहां से आपको एक स्लिप 1.50 रूपये में मिल जाएगी और प्रति एकड़ तकरीबन 22,000 स्लिप रोपी जाती है यानि प्रति एकड़ 33,000 रूपये की लगत सिर्फ स्लिप की आती है, इस विधि में लागत काफी ज्यादा आती है परन्तु स्लिप तुरंत उपलब्ध हो जाती है !
खेत की तैयारी:
वैसे तो आप खेत की तैयारी दूसरी फसलों की तरह कर सकते है जैसे खेत की जुताई आदि, परन्तु यदि आप चाहे तो सिर्फ छोटे छोटे गड्ढे खोद कर पौधों को लगा सकते है और इस प्रकार आप को सिर्फ पौधे का खर्च वहन करना पड़ेगा, एक बार पौधा जमीन पकड़ लेता है तो प्राकृतिक वर्षा से ही इसका काम चल जाता है, सिंचाई की भी कोई खास आवश्यकता नहीं पड़ती, परन्तु यदि आप के पास पानी का प्रबंध है तो आप आवश्यकता अनुसार पानी दे सकते है ! पानी का प्रबंध होने से उत्पादन में थोड़ा फर्क पड़ जाता है परन्तु ज्यादा नहीं बस 19-20 का ही Iउत्पादन एवं विक्रय:
प्रति एकड़ लगभग 80 किलो तेल की प्राप्ति होती है एवं प्रति किलो तेल की कीमत बाजार में आमतौर पर 1000 रुपये होती है, यह तेल आसवन विधि से निकाला जाता है, तेल की मात्रा बहुत हद तक उसके निकालने के तरीके पर निर्भर करती है परन्तु जहाँ कुछ नहीं होता था वहां प्रति एकड़ एक लाख रूपये मैं समझता हूँ एक चमत्कार ही है I
अन्य महत्वपूर्ण उपयोग:
महत्वपूर्ण यह भी है की इसकी नीम्बू की खुशबू के कारण मच्छर नहीं आते I
फसल को कोई भी जानवर या पशु नहीं खाता इस वजह से इसके रख रखाव एवं सुरक्षा का कोई खर्च नहीं होता I
थाई लोग इसकी कोपल जड़ों को अपने भोजन में प्रयोग करते है, और और वह इसका बढ़िया मूल्य देते है, जिन किसानो के आस पास थाई रेस्टोरेंट हो वे इस फसल से बहुत बढ़िया मुनाफा कमा सकते है I
इसकी खेती हेतु स्लिप्स आप किसी भी किसान से जो इसकी खेती करते हो ले सकते है, इसके आलावा आप
औषधीय खेती विकास संस्थान औषधीय एवं सुगंध संस्थान से इसकी स्लिप्स प्राप्त कर सकते है I
इसकी खेती के लिए आपको बस गड्ढा खोदना है और इसे रोप कर पानी दे देना हैI
For slip contact : 9044966260
औषधीय खेती विकास संस्थान
🙏नमस्कार दोस्तों🙏 सभी से अनुरोध है कि इस पोस्ट को ध्यान से पड़े।
नोट:- उपरोक्त विवरण में लागत,आय,खर्च,समय आदि सामान्य रूप से ली जाने वाली फसल के आधार पर है जो मूल रूप से प्रकृति ,पर्यावरण एवं भौगोलिक परिस्थितियो पर निर्भर है।अतः आय को अनुमानित आधार पर दर्शाया गया है। जिसमे परिवर्तन (कम ज्यादा)हो सकता हैं।
Comments
Post a Comment
AKVS HERBAL