राष्ट्रीय बांस मिशन क्या है! { "National Bamboo Mission" }


*_बारिश सबके आंगन में होता है। आपके हिस्से में कितना पानी आएगा। यह आंगन में रखे हुए कटोरे के ऊपर निर्भर करता है।_* 

*प्रश्न:- राष्ट्रीय बांस मिशन क्या है?* 
 *उत्तर:-* राष्ट्रीय बांस मिशन कृषि मंत्रालय द्वारा प्रायोजित एक संगठन है जो भारतीय किसानों को बांस की खेती के लिए प्रोत्साहित करता है।

 *प्रश्न:- राष्ट्रीय बांस मिशन की स्थापना कब की गई थी?* 
 *उत्तर:-* राष्ट्रीय बांस मिशन की स्थापना कृषि मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 में की गई थी।

 *प्रश्न:- बांस की खेती से किसानों को क्या लाभ है?* 
 *उत्तर:-* बांस की खेती किसानों के लिए सर्वाधिक लाभ की खेती है। धान, गेहूं, गन्ना, पपीता, केला  या किसी और भी फसल की तुलना में बहुत अधिक है। बांस की खेती से किसान प्रति एकड़ प्रतिवर्ष ₹200000 से ₹500000 तक कमा सकता है।

 *प्रश्न:- बांस की खेती मे एक बार पौधरोपण के बाद कितने साल तक अनवरत उत्पादन लिया जा सकता है?* 
 *उत्तर:-* बांस की खेती में एक बार पौधरोपण के बाद लगातार 60 साल तक उत्पादन लिया जा सकता है।

 *प्रश्न:- बांस उत्पादन के बाद  बाजार कहां उपलब्ध है?* 
 *उत्तर:-* चुंकि बॉस का उपयोग अब बहुत सारे क्षेत्रों में होने लगा है इसलिए इसका बाजार चहुंओर उपलब्ध है। उत्पादन के बाद बांस की बिक्री किसान के खेत से ही हो जाएगा।

*_प्रश्न:- बांस की खेती करना क्यों आवश्यक है?_* 
 उत्तर:- आपको जानकर आश्चर्य होगा कि *केवल 2022 में 406000 टन कार्बन उत्सर्जन हुआ है।* पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसी तरह से कल कारखानों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट और पावर प्लांट से निर्बाध गति से कार्बन उत्सर्जन होता रहा तो धरती का तापमान अगले 9 वर्षों में 1'5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा और कार्बन उत्सर्जन को निर्बाध गति से बढ़ाने वाले कारकों पर अंकुश नहीं लगाया गया तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो 23वीं सदी में मानव सभ्यता का प्रवेश कर पाना लगभग असंभव है। *पूरे पृथ्वी पर बांस एक ऐसा पौधा है जो सर्वाधिक  मात्रा में उत्सर्जित कार्बन को अवशोषित करता है और ऑक्सीजन को उत्पादित करता है।* इसीलिए संपूर्ण मानव सभ्यता, जीव-जंतुओं तथा वनस्पतियों को बचाने के लिए बांस की खेती करना सभी के लिए नितांत आवश्यक है।

*प्रश्न:- बांस की खेती में प्रति एकड़ कितना लागत आता है?* 
 *उत्तर:-* 1 एकड़ में 650 पौधे लगाए जाते हैं और एक पौधे का कीमत ₹70 होता है। इस तरह कुल पौधों की कीमत ₹45500 होता है। और लगभग ₹4500 का फर्टिलाइजर डाला जाता है और लगभग ₹10000 के आसपास मजदूरी बैठता है। इस तरह प्रति एकड़ कुल खर्चा लगभग 60000 के आसपास बैठता है। चौकियह फसल 60 साल के लिए लगाया जाता है इसलिए प्रति एकड़ प्रतिवर्ष ₹1000 का खर्चा मान सकते हैं।

*_प्रश्न:- बांस की खेती करने के लिए किस प्रकार की जमीन और जलवायु की जरूरत है?_* 
 *उत्तर:-* बांस की खेती किसी भी प्रकार की जमीन पर हो सकता है। बांस की खेती ऐसे जगह पर भी हो सकता है जहां पर जलभराव की स्थिति भयानक हो और ऐसे जगह पर भी हो सकता है जहां पर पानी बिल्कुल ना लगता हो। *बांस की खेती ऊसर,बंजर तथा कम उपजाऊ भूभाग पर भी हो सकता है।* 
      बांस की खेती ठंडे क्षेत्रों में भी हो सकता है गरम क्षेत्रों में भी हो सकता है यानी बांस की खेती के लिए हर प्रकार का जलवायु अनुकूल होता है।

 *प्रश्न:- बांस का किन किन क्षेत्रों में उपयोग किया जा रहा है?
 *उत्तर:-* बांस का उपयोग निम्न क्षेत्रों में किया जा रहा है
1:- बांस से कपड़े बनाए जाते हैं
2:- बड़े-बड़े फैक्ट्रियों में कल कारखानों में आग पैदा करने के लिए जहां-जहां कोयले का इस्तेमाल किया जा रहा था उन सब जगहों पर बांस का इस्तेमाल किया जा रहा है
3:- बांस से कागज बनाया जा रहा है
4:- बांस से सोफा,बेड और अलमारी भी बनाया जा रहा है
5- बांस का उपयोग घर बनाने में भी किया जाता है
6:- बांस का उपयोग खेतों में भी किया जा रहा है
7:- बांस का उपयोग चारकोल बनाने में भी किया जाता है
8:- और सबसे अंत में यह जानना आवश्यक है कि भारत सरकार को जिस कारण से राष्ट्रीय बांस मिशन बनाने की आवश्यकता महसूस हुई वह है एथेनॉल प्रोडक्शन। *चुंकि किसी भी फसल की तुलना में बांस में एथेनॉल का प्रोडक्शन ज्यादा होता है और एथेनाल पेट्रोल में मिक्स किया जा रहा है इसलिए भारत में बांस का मांग बेतहाशा बढ़ने वाला है।*

*प्रश्न:- बांस की खेती में किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?* 
 *उत्तर:-* बांस की खेती इस पूरे पृथ्वी पर सबसे आसान खेती है। या बिना किसी देखरेख के अनवरत 60 साल तक पैदावार देता रहता है। बांस की खेती के लिए निर्णय लेना ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। *बांस की खेती से किसान अपने जरूरतों को ही नहीं वरन सपनों को पूरा कर सकता है।

*_प्रश्न:- क्या बांस की खेती करने वाले किसानों को कार्बन क्रेडिट सर्टिफिकेट मिल सकता है?_* 
उत्तर:- जी हां मिल सकता है। चुंकि कई माध्यम से उत्सर्जित होने वाले कार्बन को अवशोषित करने की क्षमता सबसे अधिक इस पृथ्वी पर बांस के अंदर है और सबसे ज्यादा ऑक्सीजन निष्पादित करने की क्षमता भी इसी पौधे में है इसलिए बांस की खेती करने वाले किसानों को कार्बन क्रेडिट सर्टिफिकेट मिल सकता है। *इस धरती पर बांस ही ऐसा पौधा है जो दुनिया भर में उत्सर्जित कार्बन को बैलेंस करके पर्यावरण को संरक्षित कर सकता है।*

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